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विश्व एड्स दिवस पर युवा एवं युवती को किया गया जागरूक।

विश्व एड्स दिवस पर युवा एवं युवती को किया गया जागरूक।

जोश भारत न्यूज|बिहार

फतुहा। 'विश्व एड्स दिवस' के मौके पर 'प्रेम यूथ फाउंडेशन, भारत' के ओर से 'साइंस स्टडी सर्किल कोचिंग सेंटर' फतुहा में 'एच.आई.वी. एवं एड्स की रोक थाम में युवाओं की भूमिका' के विषय पर सेमिनार का अयोजन किया गया। सेमिनार का संचालन निदेशक आर.के. दता ने किया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में दंत चिकित्सक डॉ. राजीव कुमार मौजूद रहें। और युवाओं को एचआईवी और एड्स से कैसे बचाव किया जा सकता है और उसके लक्षण के बारे में बताया साथी ही उन्होंने लोगो से एड्स पीड़ित से भेद भाव नही करने का अपील करते हुए बताया, एड्स एक ऐसी जानलेवा बीमारी है जो मानवीय प्रतिरक्षी अपूर्णता विषाणु (एचआईवी) संक्रमण के बाद होती है। एचआईवी संक्रमण के पश्चात मानवीय शरीर की प्रतिरोधक क्षमता घटने लगती है। एड्स का पूर्ण रूप से उपचार अभी तक संभव नहीं हो सका है। एचआईवी संक्रमित व्यक्ति में एड्स की पहचान संभावित लक्षणों के दिखने के पश्चात ही हो पाती है। एड्स के वायरस एच.आई.वी. किसी स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में मुख्य रूप से रोगग्रस्त व्यक्ति के खून से और ब्लड चढ़ाने के दौरान और नशे के लिए शिराओं में प्रयुक्त एक ही सिरिंज की निडिल की प्रयोग से या एक ब्लेड को लगातार कुछ व्यक्ति के शेविंग में इस्तेमाल करने से पहुंच जाते हैं। बचने हेतु इन सभी चीजों से दूर रहने की दी सलाह और एड्स के लक्षण मिलते हीं, फल और सब्जियों का करें सेवन फल और सब्जियां खूब खाएं। प्रोटीन को डाइट में करें सेवन दुबले पतले शरीर के लिए प्रोटीन को डाइट में शामिल करें। साबुत अनाज को खाएं साबुत अनाज को डाइट में लें। चीनी और नमक कम खाएं अपने खाने में चीनी और नमक की मात्रा को कम करें। वसा का रखें खास ध्यान। 'प्रेम यूथ फाउंडेशन' के संस्थापक गांधीवादी प्रेम कुमार ने बताया एड्स के बारे में एड्स की जानकारी ही एड्स की बचाव है । एड्स का वायरस चिम्पांजी से मनुष्य में प्रवेश किया । भारत मे 1986 में एड्स का पहला मरीज पाया गया। आज लाखो लोग इसके चपेट में आ गए हैं और यह तेजी से फैल रहा है।
शारीरिक संबंध है मुख्य कारण: दिलीप कुमार ने बताया कि एड्स फैलने का मुख्य कारण है एक ब्लेड का अन्य लोगो के शेविंग में इस्तेमाल करना किसी अन्य रोगग्रस्त व्यक्ति के खून से और ब्लड चढ़ाने के दौरान और नशे के लिए शिराओं में प्रयुक्त एक ही सिरिंज की निडिल की प्रयोग से या एक ब्लेड को लगातार कुछ व्यक्ति के शेविंग में इस्तेमाल करने और एक मुख्य कारण रोगग्रस्त पुरुष या महिला से शारीरिक संबंध बनाने से संक्रमित बढ़ रहें हैं। लाइफ लाइन ऑक्सीजन बैंक के सचिव शिशुपाल कुमार ने बताया जागरूकता ही बचाव है। मौके पर इंजीनियर सुरजीत कुमार, नेहरू युवा केन्द्र के एन.वाई.वी. रवि प्रकाश, स्वयंसेवक हिमांशु शर्मा, वर्षा रोशनी प्रिया, सपना, सोनू समेत इस सेमिनार में लगभग सैंकड़ों युवा एवं युवती उपस्थित हुए। जिन्हें बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति के एच.आई.वी. एवं एड्स हेल्प लाइन नंबर सर्टिफिकेट प्रदान कराया गया।


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