उत्तराखंड विभागीय लापरवाही के कारण अधर मे लटका कृषि/उद्यान/जीव विज्ञान वर्ग के छात्रों का भविष्य।
उत्तराखंड। सिविल सर्विस में प्रवेश हेतु छात्रों के वर्षो के मेहनत को किया गया लंबित, छात्र हैं परेशान। किया जा रहा है छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़। यू.के.पी.एस.सी. द्वारा कृषि/उद्यान/पशुपालन विभाग हेतु 645 पदों पर अक्टूबर 2023 में जारी विज्ञापन की परीक्षा 7 जनवरी 2024 को करवाई गई और 14 मार्च 2024 को अभिलेख सत्यापन हेतु परीक्षा परिणाम घोषित किया गया, साथ हीं अभिलेख सत्यापन का कार्य भी 4 अप्रैल से 16 अप्रैल 2024 के बीच संपन्न हो चुका है, क्योंकि इस भर्ती मे उद्यान विभाग के कुल पदों मे से 38 पदों पर शैक्षिक अहर्ता संबधी विवाद उत्पन्न हुआ है, जिससे यह भर्ती प्रक्रिया मा. उच्च न्यायालय जा पहुंचीं उसके बाद भी संबंधित विभाग दो महीने बीत जाने के बाद भी अभी तक इस बारे मा. उच्च न्यायालय मे अपना पक्ष नहीं रख पाई है। छात्रों की माने तो इस कारण अंतिम चयन परिणाम आने में अनावश्यक विलंब हो रहा है, गौरतलब है कि पूर्व मे यह भर्ती अक्टूबर 2021 में यू.के.एस.एस.एस.सी. द्वारा जारी की गई थी। जो कि विभिन्न भर्ती घोटालों के उजागर होने के बाद वर्ष 2022 मे यू.के.पी.एस.सी. हरिद्वार को स्थानांतरित कर दिया गया। इसके बाद वर्ष 2023 में संबंधित विभाग द्वारा नियमावली में संशोधन के नाम पर लगभग 6 महीने तक भर्ती का अधियाचन वापस मांगकर पूरी भर्ती को लंबित पर डाल दिया गया, लेकिन विभाग द्वारा बिना संशोधन के हीं अधियाचन वापस से आयोग को भेज दिया गया, संबंधित विभाग की इस लापरवाही के कारण अब इस भर्ती प्रक्रिया को लगभग 3 बर्ष बीत चुके हैं, जिसका खामियाजा आज सभी चयनित छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। इस संबंध में चयनित छात्रों ने 12 जून 2024 को माननीय कृषि मंत्री गणेश जोशी से भी मुलाकात की उनका कहना है कि वे वर्ग-3 के 607 पदों पर अंतिम परिणाम जारी करने तथा वर्ग-2 के 38 पदों को लंबित करने के लिए न्याय विभाग पत्र भेज चुके हैं, लेकिन छात्रों की मांग यही है, कि पूरी भर्ती प्रक्रिया जब नियमावली के अनुसार हुई है तो फिर संपूर्ण 645 पदों पर अंतिम चयन परिणाम जल्द से जल्द घोषित किया जाए।
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