छात्राओं के साथ होने वाले छेड़छाड़ अब बर्दाश्त नहीं।
खुसरूपुर। महिला एवं बाल सुरक्षा पैनल के पूरे सदस्यों के द्वारा खुसरूपुर थाना में मासिक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में लड़कियों और औरतों के सुरक्षा के मुद्दों को पुलिस के सामने रखा गया। बताया गया खुसरूपुर महादेव उच्च विद्यालय में लड़कियों के साथ कई वर्षो से यौन उत्पीड़न होता आया है। इस मामले में लड़कियों ने बताया कि कई बार हमारे माता पिता यौन उत्पीड़न घटना से डरकर लड़कियों की शिक्षा छुड़वाकर छोटी उम्र में हीं शादी कर देते हैं, जिस वजह से लड़कियों की जिंदगी बर्बाद हो जाती हैं। इस वजह से लड़कियां अपनी दिक्कतें माता पिता को बताने से डरती हैं कि कहीं उनकी पढाई ना छुड़ा दी जाए।
लड़कियों ने पुलिस से सुरक्षा का मांग करते हुए कहा कि, पुलिस आकर स्कूल में छात्र छात्राओं को कानून के बारे में जानकारी दें जिसे हमें हौसला मिल सके। स्कूल के आस पास समय समय पर पेट्रोलिंग करते रहें, ताकि मनचलों बदमाशों को सबक मिल सके और हम सुरक्षित हो सकें। सबसे बड़ा कारण स्कूल के परिसर में आधार कार्ड बनाने का केंद्र है उसे हटाया जाएं। स्कूल के परिसर में आधार कार्ड सुधार केंद्र होने के वजह से लड़कियों को बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। आधार कार्ड से जुड़ी समस्या और आधार कार्ड बनाने के आड़ में बदमाशी करते हैं मनचलों की गुट। वहीं स्कूल और कोचिंग से घर तक का फासला तय करने में खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं छात्राएं।
बैठक में मौके पर खुसरूपुर नगर पंचायत के चेयरमैन मिंटू कुमार उपस्थित रहें। भरोसा दिलाते हुआ आश्वासन दिया उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि यह लड़कियों के साथ बहुत गलत हो रहा है इसपर कड़ी सुरक्षा निगरानी अतिआवश्यक है। साथ हीं कहा शिक्षा संस्थानों में ऐसे होने वाले मुद्दों को बी.डी.ओ. के पास लेकर जाएं। जिसे सभी शिक्षा संस्थानों में पढ़ने वाली छात्राओं को सुरक्षा प्रदान हो। वहीं खुसरूपुर थाना वर्तमान कार्यवाहक प्रभारी श्री बच्चन पासवान ने आश्वासन देते हुए कहा कि इस मामले में कड़ी सुरक्षा दी जाएगी। पेट्रोलिंग की गाड़ी समय समय पे छात्राओं के सुरक्षा केलिए तैनात रहेगी, और मनचले लफंगों के पकड़े जाने पे कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी। मौके पर पत्रकार लक्ष्मी कांत, ऋतिक राज वर्मा, अजय कुमार, सुनील कुमार, प्रीति कुमारी मौजूद रहें।
महिला एवं बाल सुरक्षा पैनल का उद्देश्य है कि
1. महिलाओं और लड़कियों के सुरक्षा के मुद्दे थाने तक लेकर आए और पुलिस उसपर प्रभावी और उचित कार्यवाही करे। ताकी महिला और लड़कियों को सुरक्षा प्रधान करे।
2. पुलिस सेवा पर महिलाओं का और समुदाय का भरोसा स्थापित करना।
बच्चे के स्कूल और और शिक्षा संबंधित मुद्दों पर संयुक्त कदम उठाना जिसमें संबंधित अधिकारियों, पुलिस और समुदाय की साझेदारी हो एवं
3. पुलिस प्रशासन द्वारा पैनल के कार्य की प्रगति व परिणामों का प्रतिवेदन प्राप्त करना।
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