-->

Translate

शोषित समाधान केंद्र (एस.एस.के.) का 16वां संथापक दिवस - प्रेस कांफ्रेंस विद्यालय के विद्यार्थी प्रेम कुमार के साथ

शोषित समाधान केंद्र (एस.एस.के.) का 16वां संथापक दिवस - प्रेस कांफ्रेंस विद्यालय के विद्यार्थी प्रेम कुमार के साथ

 


शोषित सेवा संघ (एस.एस.एस.) एक गैर सरकारी संस्था है जो मुसहर समुदाय के बच्चों के लिए एक संपूर्ण निःशुल्क आवासीय विद्यालय शोषित समाधान केंद्र संचालित करता है। यह विद्यालय सीबीएसई (+2) से सम्बद्धता प्राप्त है और वर्तमान में यहाँ 550 मुसहर बच्चें अध्ययनरत है। शोषित समाधान केंद्र न सिर्फ निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करता है बल्कि इन बच्चों को आवास, भोजन, वस्त्र, पाठ्यपुस्तक, चिकित्सा आदि सुविधाएं उपलब्ध कराता है।

शोषित समाधान केंद्र की स्थापना स्व. श्री ज्योतिनिवास कुमार सिन्हा ने किया, जो आई.पी.एस. अधिकारी थे और भारत सरकार में स्पेशल्न सेक्रेटरी के पद से सेवानिवृति के उपरांत उन्होंने मुसहर समुदाय के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए इस विद्यालय की शुरुवात की। उनका ऐसा मानना था कि उच्च कोटि कि शिक्षा प्राप्त कर जब ये बच्चें इस विद्यालय से उत्तीर्ण होकर निकलेंगे तो इनका दाखिल्ला देश - विदेश के शीर्ष कॉलेजों में होगा। उनका विश्वास था कि शिक्षा प्राप्ति के बाद ये बच्चें सरकार या अन्य उपक्रम में प्रथम श्रेणी के नौकरी हासित्र करेंगे जिससे ये न सिर्फ अपना और अपने परिवार का विकास करेंगे बल्कि अपने समुदाय में परिवर्तन लाने में अहम॒ भूमिका निभाएंगे। समाज सेवा के क्षेत्र में श्री जे.के.सिन्हा के इस उत्कृष्ट कार्य के लिए भारत के राष्ट्रपति ने 2019 में उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया था।

 इस विद्यालय से उत्तीर्ण छात्र मुसहर समाज के इतिहास में पहले वकील, इंजीनियर, शिक्षक, एंटरप्रेन्योर बने। साथ ही कई छात्र देश के शीर्ष कॉलेज जैसे - अशोका यूनिवर्सिटी, अज़ीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी आदि में उच्च शिक्षा

प्राप्त कर रहे है। उल्लेखनीय हैं कि इस वर्ष 12वी की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद एक छात्र प्रेम कुमार को अमेरिका के प्रतिष्ठित लाफाएट कॉलेज में दाखिला मिला जो सम्भवतः महादल्रित समुदाय का ऐसा प्रथम छात्र हैं

जिसने यह उपलब्धि प्राप्त की, वहीं इस विद्यालय के एक और छात्र ने आई.आई.टी में सफलता हासिल की।


शोषित समाधान केंद्र ने अपना 16वां संथापक दिवस 16 जुलाई 2022 को मनाया। इस अवसर पर विद्यालय के बच्चों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। जहां बच्चों ने शेक्सपियर द्वारा रचित 'ट्रेजेडि ऑफ़

मैकबेथ' का नाट्य रूपांतरण अंग्रेजी में प्रस्तुत किया वहीं बाल मजदूरी पर आधारित एक हृदयस्पर्शी माइम एक्ट प्रस्तुत किया। बच्चों का उत्साह एवं उनका आत्मविश्वाश अप्रतिम था और सभागार में उपस्थित अतिथिगण एवं दर्शको ने उनकी प्रस्तुति की सराहना एवं प्रशंसा की।

श्री वाई. के. सिन्हा, भारत के मुख्य सुचना आयुक्त, [ब्रिटेन में भारत के पूर्व हाई कमिश्नर, श्रीलंका में भारत के पूर्व हाई कमिश्नर, वेनेजुएला में भारत के राजदूत] समारोह के मुख्य अतिथि थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रख्यात सर्जन डॉ ए ए हई एवं श्री रत्नेश सदा, विधायक, सोनवर्षा मौजूद थे। इस अवसर पर पटना के कई गणमान्य नागरिक के अलावा बिहार के अलग अलग जिलों और सुदूर गावों से आये विद्यालय के छात्रों के माता-पिता एवं अभिभावक भी उपस्थित थे।

शोषित सेवा संघ के चेयरमैन श्री श्रीवर्धन सिन्हा ने कहा कि यह वाकई पीड़ादायक हैँ हआीनक दल जिसकी शुरुवात श्री जे.के. सिन्हा ने कई वर्षों पहले की थी, हाल की सफलता की कहानि का ये अब वो हमारे बीच नहीं हैं। वे मुसहर समुदाय के सैकड़ों बच्चों के लिए पितातुल्य थे और कईयों के लिए प्रेरणास्रोत थे। श्री सिन्हा ने कहां कि यद्पि उनके आकस्मिक निधन से एक ऐसा स्थान रिक्त हो गया है जिसकी पूर्ति असंभव है। पर शोषित सेवा संघ परिवार न सिर्फ उनके इस धरोहर को संरक्षित करेगा बल्कि उनके उददेश्य के प्राप्ति के लिए दिन-दूनी रात-चौगुनी प्रयास कर इसे और आगे बढ़ाएगा जिसके द्वारा मुसहर समुदाय के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर, उन्हे उनके समाज का प्रतिनिधि बनाकर मुसहर समुदाय के दशा एवं दिशा में परिवर्तन लाया जा सके।

श्री बी सी वर्मा, आई.पी.एस. (से.नि.), डायरेक्टर, शोषित समाधान केंद्र ने कहां 15 पूर्व जिस विश्वास के साथ इस संस्था की स्थापना की गयी थी अब उसके सकारात्मक परिणाम दिख रहे है और यहाँ के बच्चे न सिर्फ भारत के प्रतिष्ठित कॉल्रेज में पढाई कर रहे है बल्कि विदेश के कॉलेज में अपना अपनी सफलता का परचम लहरा रहे है। धन्यवाद्‌ ज्ञापन विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती ज्योति पाठक ने दिया।


0 Response to "शोषित समाधान केंद्र (एस.एस.के.) का 16वां संथापक दिवस - प्रेस कांफ्रेंस विद्यालय के विद्यार्थी प्रेम कुमार के साथ"

एक टिप्पणी भेजें

advertising articles 2

Advertise under the article