-->

Translate

आयुर्वेदिक खेती मिशन: हर मौसम में, हर मिट्टी पर, हर फ़सल की खेती से मिलेगा निःशुल्क भोजन, शिक्षा, चिकित्सा और रोजगार का वरदान।

आयुर्वेदिक खेती मिशन: हर मौसम में, हर मिट्टी पर, हर फ़सल की खेती से मिलेगा निःशुल्क भोजन, शिक्षा, चिकित्सा और रोजगार का वरदान।

जोश भारत न्यूज|बिहार
आयुर्वेदिक खेती मिशन: हर मौसम में, हर मिट्टी पर, हर फ़सल की खेती से मिलेगा निःशुल्क भोजन, शिक्षा, चिकित्सा और रोजगार का वरदान।
 


आयुर्वेदिक खेती के जनक 
सुमन सौरभ 
पटना। आयुर्वेदिक खेती: प्रकृति संग, आत्मनिर्भरता का नया अभियान। भारत में परंपरागत खेती प्रणाली को आधुनिक तकनीक के साथ आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से जोड़ते हुए आयुर्वेदिक खेती बागवानी मिशन का शुभारंभ किया गया है। इस मिशन का उद्देश्य है — हर मौसम में, हर प्रकार की मिट्टी पर, हर, क्षेत्र में पौष्टिक और प्राकृतिक फसलों की खेती को बढ़ावा देना ताकि देश के लोगों को निःशुल्क भोजन, निःशुल्क शिक्षा, निःशुल्क चिकित्सा और कर्ज-मुक्त रोजगार के अवसर मिल सकें। यह मिशन पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य संवर्धन और आत्मनिर्भर समाज निर्माण की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। 

आयुर्वेदिक कृषि तकनीक की विशेषताएं

आयुर्वेदिक खेती में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों, खाद्य पदार्थों और देशी उर्वरकों से बनी आयुर्वेदिक कृषि दवाओं और तकनीक का उपयोग किया जाता है। इसमें रासायनिक खाद या कीटनाशकों के बजाय निम्नलिखित प्राकृतिक उत्पादों का प्रयोग होता है – FSI Agro कंपनी की
FSI Ayurvedic Fungicide (आयुर्वेदिक फफूंदनाशक),
FSI Ayurvedic Khad (आयुर्वेदिक खाद),
FSI Ayurvedic Plants Growth Tonic (आयुर्वेदिक पौध विकास टॉनिक),
FSI Ayurvedic Pesticide (आयुर्वेदिक कीटनाशक),

इन तकनीकों से भूमि की उपजाऊ शक्ति बढ़ती है, फसलों की गुणवत्ता में सुधार आता है और उत्पादन लागत घटती है, जिससे किसानों की आमदनी में कई गुना वृद्धि संभव होती है।

किसानों और समाज के लिए बहुआयामी लाभ

हर मौसम में खेती संभव: इस तकनीक से किसी भी मौसम और किसी भी मिट्टी में विभिन्न फसलों — अनाज, मसाले, दालें, तिलहन, सब्जियां, श्री अन्न, आदि — की खेती की जा सकती है।

स्थानीय उत्पादन से सस्ता भोजन: स्थानीय स्तर पर कृषि उत्पाद उपलब्ध होने से खाद्य वस्तुओं की कीमतें घटेगी और महंगाई नियंत्रित रहेगी।
रोजगार और आत्मनिर्भरता: ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि आधारित रोजगार के अवसर बढ़ाकर बेरोजगारी और गरीबी को कम किया जा सकता है।
पर्यावरण संरक्षण: रासायनिक प्रदूषण पर रोक लगाते हुए जैव विविधता की सुरक्षा होती है।
स्वास्थ्य लाभ: रासायनिक पदार्थों से मुक्त, पोषक तत्वों से भरपूर आयुर्वेदिक भोजन से लोगों का स्वास्थ्य सुधरता है।

मिशन का लक्ष्य और संदेश

इस मिशन का नारा है — सबको प्यार, सबको भोजन।
आयुर्वेदिक खेती बागवानी मिशन के तहत शुरुआती दौर में शहरी क्षेत्रों के पक्के घरों की छतों और बगीचों में निःशुल्क बागवानी करवाई जा रही है।
जिसमें FSI Agro कंपनी की तरफ़ से कई सेवाएं और सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं ताकि शहरी क्षेत्रों के लोग भी शुद्ध भोजन कर सकें और स्वस्थ जीवन जी सकें और प्रदूषण और महंगाई को नियंत्रित किया जा सके।
आयुर्वेदिक खेती न केवल खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करती है, बल्कि यह एक सामाजिक और आर्थिक क्रांति की दिशा में भी अब तक का सबसे बड़ा कदम है। इसका उद्देश्य है भूखमरी, कुपोषण, प्रदूषण, महंगाई और बेरोजगारी जैसी समस्याओं का स्थायी समाधान करना। भारत सरकार द्वारा पंजीकृत आयुर्वेदिक खेती की इस पहल के माध्यम से हर किसान अपने क्षेत्र में उन्नत आयुर्वेदिक तकनीक का उपयोग कर “एक एकड़ में करोड़ों रुपए की कमाई” कर सकता है और पर्यावरण के अनुकूल समृद्ध समाज का निर्माण कर सकता है।

आपका सेवक,
सुमन सौरभ
आयुर्वेदिक खेती के जनक
Father of Ayurvedic Farming 

फ़ोन नंबर - 9128602555,
9891895047

स्थानीय पता - FSI Agro, अशोक नगर, रोड नंबर वन एफ, चांदवती मुखलाल बालाजी कॉम्प्लेक्स के नज़दीक, कंकड़बाग, पटना, बिहार, भारत, 800020

0 Response to "आयुर्वेदिक खेती मिशन: हर मौसम में, हर मिट्टी पर, हर फ़सल की खेती से मिलेगा निःशुल्क भोजन, शिक्षा, चिकित्सा और रोजगार का वरदान।"

एक टिप्पणी भेजें

advertising articles 2

Advertise under the article