"राम आयेंगे तो आंगना सजाएंगे" कन्हाय कुमार।
बांका। रामायण के हर पात्र को स्वयम् का ज्ञान था। रामायण राजा से लेकर रंक तक के सामाजिक,पारिवारिक, व अध्यात्मिक कर्तव्यों का धर्म के साथ निर्वहन करने की अद्वितीय कथा है। इस भारत भूमि पर निवास करने वाले समस्त लोगों ने प्रभु श्री राम का आज दिपकोत्सव कर पूरे देश वासियों ने खुशी मना रहा है सत्य का विजय और झूठ का हार होने का परिणाम हमारे रघुवर ने कर दिया। अयोध्या में प्रभु का विराजमान होने से समस्त लोगों में खुशी नज़र आ रहा है अब प्रत्येक वर्ष 22 जनवरी को धूम धाम से यह उत्सव मनाया जाएगा । रामायण की सबसे बड़ी सीख है कि बुराई पर हमेशा अच्छाई की ही जीत होती है। जिस तरह माता सीता पर रावण ने बुरी नज़र डाली और अंत में भगवान राम ने रावण को पराजित कर सीता को वापस पा लिया। कहानी का सार है कि बुराई कितनी भी शक्तिशाली या बड़ी क्यों ना हो लेकिन अपनी अच्छी नीयत और गुणों के कारण सच्चाई की ही जीत होती है।
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