नारी तुम महान हो - वासिफ़ मसूद
शीर्षक - नारी तुम महान हो
नारी तुम महान हो
नारी तुम सर्वशक्तिमान हो
प्रेम, दया, त्याग की मूरत
तुम धरती का सम्मान हो
नारी तुम महान हो
संसार की जननी,जग की पालन हार
कोमल काया किन्तु बलवान हो
नारी तुम महान हो
तुम बिन सूना घर , सूना आंगन
तुम घर की मर्यादा, घर का मान हो
नारी तुम महान हो
माँ,बहन,बेटी कभी पत्नी के रूप में
पुरुषों की प्रेरणा उनका सायाबान हो
नारी तुम महान हो
मातृ तुम, ममता तुम, जननी तुम
जगत के हर जीवन में विद्यमान, हो
नारी तुम महान हो
नारी तुम न होती अगर तो यह संसार न होता
तुम इस धरती पर उस विधाता की पहचान हो
नारी तुम महान हो
नारी तुम सर्वशक्तिमान हो
वासिफ़ मसूद
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