-->

Translate

( रामनवमी 2022 ) कविता  - सीता के मन मंदिर में

( रामनवमी 2022 ) कविता - सीता के मन मंदिर में

 


सीता के मन मंदिर में

पावन छवि है श्री राम,

कौशल्या मां के मातृत्व    

के मूलाधार श्री राम,

बजरंग बली के हृदय में 

मधुरम राग श्री राम,

संस्कृति धरोहर की संरचना,

के पृष्ठभाग श्री राम,


घोर विवाद में मिलते राम,

ज्वलंत हुआ राम का नाम,

राम भजन अब मंडल सीमित,

राम मंदिर हुआ जग में चर्चित,

विध्वंस से लेकर विनाश तक,

कहते जाते जय श्री राम,

कौशल्या पुत्र अब खुद ना कह दे,

माता रख दो कोई और नाम।।

     लेखक - सोनम

0 Response to "( रामनवमी 2022 ) कविता - सीता के मन मंदिर में"

एक टिप्पणी भेजें

advertising articles 2

Advertise under the article