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लाडो की पाठशाला के बच्चों ने पहली बार मनाई दीपावली, लाडो बानी पटेल बनीं प्रेरणा का प्रतीक

लाडो की पाठशाला के बच्चों ने पहली बार मनाई दीपावली, लाडो बानी पटेल बनीं प्रेरणा का प्रतीक


इस वर्ष की दिवाली लाडो बानी फैंस क्लब ट्रस्ट और लाडो की पाठशाला के लिए बेहद खास रही। झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले उन बच्चों ने, जिन्होंने कभी त्योहार का असली आनंद नहीं देखा था, पहली बार ट्रस्ट की प्रेरणास्रोत लाडो बानी पटेल के घर पर दीपावली मनाई।



ट्रस्ट की अध्यक्ष रागिनी पटेल ने बताया, “हमारे लिए यह दिवाली केवल रोशनी का त्योहार नहीं, बल्कि इन बच्चों के जीवन में नई उम्मीद और खुशी लाने का अवसर थी। बच्चों को नए कपड़े दिए गए, मिठाइयाँ और स्वादिष्ट व्यंजन परोसे गए। उन्होंने पहली बार पिज्जा का स्वाद चखा और आतिशबाज़ी का आनंद लिया। उनके चेहरों की मुस्कान हमारे लिए सबसे बड़ा उपहार थी।”


लाडो की पाठशाला, ट्रस्ट की एक विशेष पहल है, जो झुग्गी-बस्ती के बच्चों को शिक्षा और संस्कार की राह पर आगे बढ़ा रही है। रागिनी पटेल ने बताया कि अब ये बच्चे आत्मविश्वास से पढ़ते-लिखते हैं और समाज में अपनी पहचान बना रहे हैं।


भविष्य में लाडो बानी फैंस क्लब ट्रस्ट की योजना इन बच्चों के लिए एक स्थायी विद्यालय स्थापित करने की है, जिसे ‘लाडो की पाठशाला’ नाम दिया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक जरूरतमंद बच्चों को शिक्षा का अवसर मिल सके।


लाडो बानी फैंस क्लब ट्रस्ट का यह प्रयास समाज के वंचित बच्चों के जीवन में नई रोशनी और खुशियाँ भरने की दिशा में सराहनीय कदम है।

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